मुज़फ्फरनगर

सिसौली। दिल्ली कूच के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों पर दिल्ली बाॅर्डर पर लाठीचार्ज और बल प्रयोग के दूसरे तरीकों को आजमाने की कड़ी निंदा के साथ भारतीय किसान यूनियन ने साफ कर दिया है कि वो देश के हर उस किसान के साथ खड़ी है, जिस पर जुल्म ज्यादती की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के अधिकारों की लड़ाई में टिकैत परिवार खुद अपने सीने पर गोली खाने को तैयार है, उनकी दिली ख्वाहिश है कि टिकैत परिवार की ओर से किसानों के संघर्ष के दौरान आंदोलन में बलिदान दिया जाये।
भाकियू मुख्यालय किसान भवन सिसौली में शनिवार को भाकियू की मासिक पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें दूर दराज से आये किसान नेताओं के साथ भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने दिल्ली कूच आंदोलन में पुलिस फोर्स के रवैये से बनी टकराव की स्थिति को लेकर रणनीतिक चर्चा की। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि 21 फरवरी को यूपी का किसान सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च करेगा। उन्होंने मासिक पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों के लिए आंदोलन बंद नहीं होगा,जहां पर भी गोलियां चलेगी वहां पर हम आगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि टिकैत परिवार से जान 2018 में जानी थी, 2021 में जानी थी, लेकिन बच गई। हम किसी भी सरकार या राजनीतिक पार्टी के पक्षधर नहीं है।हम राजनीतिक भी नहीं हैं, किसान हैं और किसानों के लिए हम बलिदान देंगे और आखिरी दम तक किसानों के साथ खड़े रहेंगे। सरकार बनाने के लिए जनता किसी को भी चुने ये हमारा मुद्दा नहीं है, लेकिन हम किसानों के गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे। आज देश में किसी भी विपक्षी राजनीतिक दल के नेता की बोलने की हिम्मत नहीं रही है, बोलने वालों को जेलों में डाला जा रहा है। यही नीति सरकार के लोग किसानों के साथ भी अपना रहे हैं या तो किसान जेल जायेगा या फिर सड़कों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आज आंदोलन के लिए जुटना होगा, कमजोर पड़ोगे तो सरकार हमें तोड़ देगी, जेल जाना पड़ेगा। हम मिलकर लड़ेंगे।
21 फरवरी को मुख्यालय का घेराव, 26-27 फरवरी को हरिद्वार से गाजीपुर बाॅर्डर तक मार्च …
किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि राष्ट्रीय कमेटी ने निर्णय लिया है, 21 फरवरी को किसानों को जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर मार्च के लिए तैयार रहना है। जरूरत पड़ी तो यूपी का किसान दिल्ली कूच करने से भी पीछे नहीं हटेगा। 26 और 27 फरवरी तक यूपी का किसान ट्रैक्टर मार्च लेकर दिल्ली कूच के लिए निकलेगा। हाईवे जाम नहीं करेंगे। हम दिल्ली जायेंगे नहीं,
लेकिन सरकार को चेतावनी के लिए यह सांकेतिक प्रदर्शन करेगा। हाईवे के किनारे किसान ट्रैक्टर दिल्ली तक खड़ा करेंगे। यूपी के गाजीपुर बाॅर्डर तक किसानों के ट्रैक्टर होंगे।
सरकार ने हमें भी तोड़ने का प्रयास किया, हम मरते दम तक किसानों के साथ भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ये सरकार किसानों की लड़ाई को कमजोर करना चाहती है। किसानों की ताकत को तोड़ने का काम कर रहा है,कुछ लोगों के लिए कालीन बिछाया गया है, वो उस पगडंडी पर चलकर सरकार से मिल गये। हमारे पास भी सरकार का आफर आया, पूछा गया क्या चाहते हो, हमने कहा सिर्फ किसान, बात करने के लिए अकेले बुलाया गया है, हम नहीं गये। संयुक्त किसान मोर्चा में बनी 40 लोगों की कमेटी से ही सरकार को बात करनी होगी। हम किसानों को छोड़कर नहीं जायेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्नान पर दिल्ली कूच के लिए किसान सड़कों पर है, मुद्दे एक ही हैं। सरकार किसानों को डराने का काम करेगी तो हम डरेंगे नहीं। इस पंचायत पर सभी देश की निगाह हैं। अब देश का किसान हक नहीं ,शहीदी की बात करेगा।
भाकियू मुख्यालय सिसौली में किसानों की इस ऐतिहासिक महापंचायत में दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी और हरियाणा चार प्रदेशों के यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इसमें हरियाणा में दिल्ली जाते किसानों पर बल प्रयोग की निंदा की गयी।

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