मोदी सरकार 10 साल में खरीफ की अधिकतर फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में दोगुनी से अधिक तक की वृद्धि की है–अशोक बालियान,चेयरमैन,पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन


केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए 10 साल में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में कुछ फसलों में लगभग दोगुनी व् कुछ फसलों में दोगुना से अधिक की वृद्धि कर चुकी है। मोदी सरकार ने अभी हाल में वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी की है, ताकि किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य मिल सके। कुछ किसान संगठन भ्रामक बयान दे रहे हैं कि मोदी सरकार के कार्यकाल में न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी)कम बढ़ा है और किसान बर्बाद हो गया है।
आंकड़ों पर गौर करें, तो वर्ष 2013-14 में ज्वार हाइब्रिड की एमएसपी 1500 रुपये प्रति कुंतल थी, जिसे वर्ष 2024-25 में बढ़ाकर 3371 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया, जो दोगुने से अधिक है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में ज्वार हाइब्रिड पर एमएसपी 1871 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में ज्वार हाइब्रिड का एमएसपी 985 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
इसी तरह बाजरे की एमसएसपी वर्ष 2013-14 में 1250 रुपये प्रति कुंतल थी, जिसे वर्ष 2024-25 में बढ़ाकर 2625 रुपये कर दिया गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में बाजरे पर एमएसपी 1375 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में बाजरे पर एमएसपी 735 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
रागी का समर्थन मूल्य तो 10 सालों में लगभग तीन गुना कर दिया गया है। वर्ष 2013-14 में रागी का एमएसपी 1500 रुपये प्रति कुंतल था, जिसे वर्ष 2024-25 में बढ़ाकर 4290 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में रागी पर एमएसपी 2790 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में रागी पर एमएसपी 985 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
सूरजमुखी पर एमएसपी, जो वर्ष 2013-14 में 3700 रुपये प्रति कुंतल था, वह बढ़कर वर्ष 2024-25 में 7280 रुपये प्रति कुंतल हो गया है।अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में सूरजमुखी पर एमएसपी 3580 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में सूरजमुखी पर एमएसपी 2360 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
धान (सामान्य) पर एमएसपी, जो वर्ष 2013-14 में 1310 रुपये प्रति कुंतल था, वह बढ़कर वर्ष 2024-25 में 2300 रुपये प्रति कुंतल हो गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में धान (सामान्य) पर एमएसपी 990 रूपये प्रति कुंतल एमएसपी बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में धान (सामान्य) पर एमएसपी, 750 प्रति कुंतल बढ़ा था।
मक्का पर एमएसपी जो वर्ष 2013-14 में 1310 रुपये प्रति कुंतल था, वह बढ़कर वर्ष 2024-25 में 2225 रुपये प्रति कुंतल हो गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में मक्का पर एमएसपी 915 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में मक्का पर एमएसपी 785 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
मूंग की दाल पर एमएसपी, जो वर्ष 2013-14 में 4500 रुपये प्रति कुंतल था, वह बढ़कर वर्ष 2024-25 में 8682 रुपये प्रति कुंतल हो गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में मूंग की दाल पर एमएसपी 4700 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में मूंग की दाल पर एमएसपी 4500 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
तिल पर एमएसपी जो वर्ष 2013-14 में 4500 रुपये प्रति कुंतल था, वह बढ़कर वर्ष 2024-25 में 9267 रुपये प्रति कुंतल हो गया है। अर्थात मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में तिल पर एमएसपी 3767 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा है, जबकि मनमोहन सिंह सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में तिल पर एमएसपी 3000 रूपये प्रति कुंतल बढ़ा था।
पीजेंट वेलफ़ेयर एसोशिएसन के चेयरमैन अशोक बालियान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रिसर्च के बाद अपने सुझाव केंद्र सरकार को भेजते रहते है और केंद्र सरकार के साथ मीटिंग में इस विषय को तथ्यों के साथ रखते है, ताकि किसानों को और अधिक लाभकारी मूल्य मिल सके।

अशोक बालियान,चेयरमैन,पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन

 

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