गाजियाबाद। नगर कोतवाली पुलिस व 400 करोड़ रुपये के लोन घोटाले में गठित एसआइटी ने लोन माफिया लक्ष्य तंवर के एक और सहयोगी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित गिरोह के सरगना लक्ष्य तंवर का कार्यालय सहायक है। वह फर्जी रजिस्ट्री में गवाह बनता था।

विवेचना में नाम प्रकाश में आने पर आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अभी बैंक अधिकारियों समेत कई इनामी आरोपित फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि तुराबनगर की महेंद्री देवी ने 30 अगस्त 2021 को नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

PNB की चंद्रनगर शाखा से लिया ढाई करोड़ का लोन

उनका कहना था कि तुराबनगर में उनका 50 गज का एक मंजिला मकान है। कुछ समय पहले उन्हें अपना मकान बेचना था। किसी व्यक्ति के माध्यम से वह कविनगर के लक्ष्य तंवर के संपर्क में आईं। लक्ष्य ने उनके फोटो व अन्य दस्तावेज ले लिए थे। आरोप है कि उनके एक मंजिला मकान को चार मंजिल का दर्शाकर चार लोगों को बेचा हुआ दर्शाया और उस पर पंजाब नेशनल बैंक की चंद्रनगर शाखा से ढाई करोड़ का लोन ले लिया।

लक्ष्य तंवर ने की बैंक अधिकारियों से सांठगांठ

इनमें से एक मंजिल की रजिस्ट्री कृष्णा कालोनी के तुषार गोयल ने अपने नाम 68 लाख रुपये में दर्शायी थी, जबकि मौके पर यह फ्लोर नहीं था। लक्ष्य तंवर ने बैंक अधिकारियों से सांठगांठ कर महेंद्री देवी के स्थान पर कोई दूसरी महिला खड़ी कर खाता खुलवाया। इसके बाद महेंद्री देवी को ही लोन में गारंटर बना दिया।

सितंबर 2020 में बैंक से लोन का नोटिस पहुंचने पर महेंद्री देवी को घटना का पता चला। जिसके बाद उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी सिटी ने बताया कि इस मामले की जांच में नगर कोतवाली के अहाता कल्लूपुरा के निरंजन का नाम सामने आया था। वह फर्जी रजिस्ट्री में गवाह बना था। निरंजन मूलरूप से जिला बांका, बिहार के गांव बिसनपुर का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस

पुलिस इस लोन घोटाले के मामले में अब तक 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि मामले में अभी छह आरोपित फरार हैं। पूर्व में पुलिस ने चार आरोपितों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इनमें दक्ष बग्गा, विशेष बहल, सूरज कालरा व राजरानी कालरा शामिल हैं। वहीं दो बैंक अधिकारी तारिक हसन व संजय भी अभी फरार हैं। पुलिस की एसआइटी सभी की तलाश में दबिश दे रही है।

बता दें कि 400 करोड़ रुपये के लोन घोटाले में लोन माफिया लक्ष्य तंवर समेत उसके सहयोगियों व बैंक अधिकारियों पर 40 एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें से 15 मामलों में पुलिस चार्जशीट लगा चुकी है। चार्जशीट में लक्ष्य तंवर, उसका पिता अशोक कुमार, साथी वरुण त्यागी, शिवम, पीएनबी के तीन प्रबंधक रामनाथ मिश्रा, प्रियदर्शनी व उत्कर्ष कुमार शामिल हैं। बाकी 25 मामलों में पुलिस अभी चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी है। इन मामलों में भी पुलिस जल्द शार्जशीट दाखिल करेगी।

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