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अनुज त्यागी
मुजफ्फरनगर, 13 जुलाई। जनपद की पत्रकारिता के भीष्म पितामह उत्तमचंद्र शर्मा का गुरूवार को दोपहर निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। दोपहर में उनका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ा। इसके बाद चिकित्सकों ने उनका उपचार किया, लेकिन उन्होंने इस बीच अंतिम सांस लेते हुए इहलोक को विदा कह दिया। उनकी अंतिम यात्रा शुक्रवार सुबह सिविल लाइंस स्थित बुलेटिन कार्यालय पर उनके आवास से नई मंडी श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।
मुजफ्फरनगर बुलेटिन के संस्थापक संपादक और भारतीय प्रेस के सात बार सदस्य रहे उत्तमचंद्र शर्मा ने मुजफ्फरनगर की पत्रकारिता को नये आयाम दिए। देश के पत्रकारों की समस्याओं को लेकर भी वे प्रेस कांउसिल में हमेशा मुखर रहे। मुजफ्फरनगर बुलेटिन की नींव 51 साल पूर्व उत्तमचंद्र शर्मा व उनके भाई कुंदन लाल ने की थी। उत्तमचंद्र शर्मा ने पत्रकारिता को जनोन्मुखी बनाने के साथ जिस तरह जन सामान्य जोड़ने का काम उन्होंने किया, उससे बुलेटिन लोकप्रियता के शिखर पर निरंतर बढ़ता गया और तब से आज तक मुजफ्फरनगर के दिल की तरह धड़कने गिनने वाला अखबार बन गया। उन्होंने मुजफ्फरनगर के नाम को पत्रकारिता के जगत में देश से विदेश तक तमाम मंचों पर ले जाने का काम किया। इस दौरान प्रेस परिषद जैसी देश की सर्वोच्च संस्था के सदस्य रहने के अलावा वे उत्तर प्रदेश मान्यता समिति के सदस्य रहे। हिंदी समाचारपत्र सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा एडीटर्स गिल्ड आफ इंडिया जैसे तमाम प्रतिष्ठित संगठनों के साथ उनका जुड़ाव रहा। मुजफ्फरनगर प्रेस क्लब के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जिले के पत्रकारों को जोड़कर एक मंच पर लाने का काम किया। पंजाबी समाज के अध्यक्ष के अलावा तमाम समाजसेवी संगठनों के साथ जुड़कर उन्होंने समाज के विकास में भी अपना बड़ा योगदान दिया। उनकी पत्नी लाजवंती देवी का तीन वर्ष पूर्व निधन हो गया था। पुत्री पूजा दुआ भी निरंतर उनके कार्यों में सहभागी रही हैं। पिछले काफी समय से अस्वस्थ होने के बाद उन्होंने अपने दामाद अंकुर दुआ को संपादक के रूप में बुलेटिन का पूरा दायित्व काफी पहले सौंप दिया था।
उनके निधन का समाचार मिलते ही विभिन्न राजनीतिक सामाजिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों के अलावा पत्रकारिता से जुडे तमाम लोग उनके बुलेटिन कार्यालय स्थित आवास पर पहुंचना शुरू हो गए और उन्होंने उत्तमचंद्र शर्मा की सेवाओं का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और बुलेटिन संपादक अंकुर दुआ को सांत्वना देते हुए स्व. श्री शर्मा को अपने श्रीचरणोें में स्थान प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।

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