औरैया जिले में एंटी करप्शन टीम कानपुर ने 10 हजार की रिश्वत लेते हुए अटसू चौकी प्रभारी को रंगेहाथ पकड़ा है। टीम दरोगा को पकड़ कर कोतवाली लाई, जहां देर रात तक आरोपी दरोगा से पूछताछ चलती रही। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली है।
घटना से पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है। अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की अटसू चौकी क्षेत्र के ककरैया निवासी रामजी परिहार ने बताया कि उसने 17 दिसंबर 2022 को अजीतमल कोतवाली में ककरैया निवासी मदन गोपाल, ध्रुव व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ पशुक्रूरता का मुकदमा दर्ज कराया था।
इसमें अटसू चौकी इंचार्ज सुरेश चंद्र जांच कर रहे थे। बताया कि इस बीच उसे जानकारी मिली की जांच अधिकारी विपक्षी से मिलकर मामले में एफआर लगा रहे हैं। जबकि उसने पशुक्रूरता के संबंध में पुलिस को सभी साक्ष्य भी दिए थे। इसके बावजूद भी पुलिस मामला खत्म करने में जुटी थी।
वादी से मांगे थे 10 हजार रुपये
मामले में चार्जशीट लगाने के लिए चौकी प्रभारी ने 10 हजार रुपये की मांग की। उसके पास रुपयों की व्यवस्था नहीं थी। इस पर उसने एंटी करप्शन कानपुर थाना के अधिकारियों से संपर्क किया। एंटी करप्शन की टीम ने उसे पाउडर लगे 10 हजार रुपये दिए। शनिवार को रुपये देने अटसू पहुंचा।
एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार
इसी बीच टीम के थाना प्रभारी अरविंद कुमार, जटाशंकर ने दरोगा को रंगेहाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन कानपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि दरोगा को पकड़ने के लिए लखनऊ व कानपुर टीम शामिल थी। रामजी ने जो रुपये दरोगा सुरेश चंद्र को दिए थे।
एसपी बोलीं- विभागीय स्तर पर भी होगी जांच
वह उनके पास से बरामद हुए है। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसपी चारु निगम ने बताया कि पशुक्रूरता के मामले में दरोगा द्वारा रिश्वत मांगने की बात सामने आई है। विभागीय स्तर पर भी जांच की जा रही है। दोषी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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