डीपीएस राजनगर एक्सटेंशन के छात्रों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव मनाने की सदियों पुरानी परंपरा का शानदार प्रदर्शन करते हुए दशहरा का त्योहार मनाया। इस शुभ अवसर को चिह्नित करने के लिए छात्रों ने जीवन के उच्च आदर्शों व नैतिक मूल्यों से ओतप्रोत संदेशों पर आधारित कार्यक्रम की एक श्रृंखला प्रस्तुत करते हुए एक विशेष सभा का आयोजन किया। सभा की शुरुआत प्रार्थना और दिन के प्रेरक विचार के साथ हुई, जिसके बाद कक्षा चार के छात्रों द्वारा महाकाव्य रामायण पर एक मनोरम संगीतमय नाटिका प्रस्तुत की गई। महाकाव्य के प्रसंगों को एक मनमोहक नृत्य नाटिका के माध्यम से चित्रित किया गया। इस दौरान बच्चों ने त्योहार के महत्व को जाना और दस दिवसीय उत्सव में रावण पर भगवान राम की जीत के बारे में दशहरा मनाने के पीछे की अवधारणा को समझा।
डीपीएस राजनगर एक्सटेंशन की प्रिंसिपल श्रीमती पल्लवी उपाध्याय ने इस कार्यक्रम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “दशहरा सिर्फ एक त्योहार नहीं है; यह याद दिलाता है कि सत्य और अच्छाई शाश्वत है। उन्होंने कहा, छात्रों ने अपने प्रदर्शन के माध्यम से इस संदेश को अत्यंत खूबसूरती से दर्शाया जिसका श्रेय शिक्षकों को भी जाता है, क्योंकि उन्होंने छात्रों को उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें इसके लिए तैयार किया और सफलतापूर्वक त्योहार के महत्व से छात्रों को परिचित कराया। यह देखकर खुशी होती है कि हमारी भावी पीढ़ी हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति और मूल्यों को अपनाती है।” डीपीएस राज नगर एक्सटेंशन सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने और ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से जीवन की मूल्यवान सीख प्रदान करने की अपनी परंपरा को जारी रखने को निरंतर प्रयासरत है। साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि इसके छात्र न केवल शैक्षणिक अपितु जिम्मेदार और सांस्कृतिक रूप से जागरूक व्यक्ति के रूप में विकसित हों।
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