दिल्ली,कांवड़ यात्रा रूट पर ‘नेमप्लेट’ का मामला थमता नहीं दिख रहा है. सुप्रीम कोर्ट नेमप्लेट लगाने के आदेश को रद्द कर चुका है. लेकिन अब नेमप्लेट लगाने के आदेश के समर्थन में एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है.
याचिकाकर्ता सुरजीत सिंह यादव का कहना है कि नेमप्लेट लगाने का निर्देश शिवभक्तों की सुविधा, उनकी आस्था और कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिहाज से दिया गया है. कोर्ट में दाखिल याचिकाओं में इसे बेवजह साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई है.
यशवीर महाराज
बता दे जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा बघरा में स्थित यशवीर योग साधना आश्रम के मुख्य महंत और संचालक यशवीर जी महाराज के द्वारा यह मामला पिछले 3 साल से लगातार उठाया जा रहा है पिछले वर्ष कावड़ यात्रा के दौरान भी उन्होंने यह मुद्दा यूपी उत्तराखंड में उठाया था, इस बार कावड़ यात्रा में मुजफ्फरनगर के जिला प्रशासन ने इस पर आदेश जारी कर दिया था कि जो मुस्लिम लोगों के द्वारा हिंदू नाम से होटल चलाए गए हैं उन्हें उसे पर अपना भी नाम लिखना होगा जिसके बाद यूपी उत्तराखंड सरकार ने दी है आदेश जारी कर दिया बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अंतिम आदेश देकर रोक लगा दी कि इस तरह से किसी को भी अपने होटल ढाबे पर नाम लिखने के लिए नहीं कह सकते, मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, उत्तराखंड में पैसे काफी होटल रेस्टोरेंट ढाबे हैं जो हिंदू देवी देवताओं के नाम पर हैं जबकि उनके मालिक मुस्लिम है।।
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