बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दर्दनाक घटना सामने आई है. मंगलवार शाम को ढाई साल की बच्ची को कुत्तों के झुंड ने नोच-नोच कर मार डाला. कुत्तों की संख्या 20 बताई जा रही है. मासूम बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी एक साथ कई कुत्ते उसके पास आ पहुंचे. कुत्तों ने बच्ची पर हमला कर उसे 100 मीटर तक घसीट ले गए. इसके बाद उसे पूरा झुंड नोच-नोच कर खाने लगा. बच्ची के चीख-पुकार के बाद आस-पास के लोग वहां पहुंचे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पड़ोसियों ने ने कुत्तों के झुंड को भगाया और बच्ची को उठाकर पास के ही अस्पताल ले गए. अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची की रास्ते में ही मौत हो चुकी थी. बच्ची की शरीर पर 150 से ज्यादा घाव के निशान सामने आए. यह दर्दनाक घटना जिले के सीबीगंज क्षेत्र के बंडिया गांव की है.
इस दर्दनाक हादसे के बाद से परिवार के लोग बेहद सदमे में हैं. गांव के लोग आवारा कुत्तों से पहले ही परेशान थे. वहीं, अब इस घटना के बाद से वह अब अपने बच्चों को बाहर कहीं खेलने के लिए भेजने में भी डर रहे हैं. इसी गांव में 15 दिन पहले ही आवारा कुत्तों ने 7 साल के बच्चे पर हमला किया था. बुरी तरह से वह घायल हो गया था.
पुलिस इस मामले की कर रही जांच
कुत्तों के काटने से बच्ची की मौत पर इंस्पेक्टर सीबीगंज अशोक कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि बंडिया नहर के पास रहने वाले अवधेश गंगवार की ढाई साल की बच्ची की मौत हो गई है.
कुत्तों ने राजस्थान में एक महीने के बच्चे की ली जान
वहीं, दूसरी ओर राजस्थान के सिरोही में एक सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे एक महीने के बच्चे को कुत्ते उठाकर ले गए. नोंच-नोचकर उसे मार डाला. ऐसा नहीं है कि यह इस प्रकार का पहला मामला है. देश के गांवों और कस्बों में तो दिल दहला देने वाली अक्सर ऐसी दुखद घटनाएं सुनने को मिलती हैं. ऐसे में कुत्तों के हमलों को लेकर देशभर में बहस तेज हो गई है. सवाल उठ रहे हैं कि इसके लिए कौन जवाबदेह है? कुत्ते इतने हिंसक और आक्रामक कैसे हो जाते हैं? इस समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है.
मालूम हो कि तेलंगाना के हैदराबाद में हाल ही में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने पांच साल के एक बच्चे पर हमला कर दिया था. इस हमले में बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहा.
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