देहरादून: उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ के बारे में कई भ्रम फैलाए जा रहे हैं, जो उचित नहीं है। वहां 70 प्रतिशत दुकानें खुली हैं और आवश्यक कामकाज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के लोग प्रभावितों की मदद में तैनात हैं। पुनर्वास कार्यों पर कार्य हो रहा है। चार माह बाद चारधाम यात्रा प्रारम्भ होनी है। ऐसे समय में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि पूरा जोशीमठ क्षेत्र ही असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ के बारे में लोगों में संशय की स्थिति पैदा न हो हमें इस पर भी ध्यान देना चाहिए।

ये राजनीति करने का समय नहीं- धामी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों को हर संभव मदद करना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। प्रभावितों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के साथ त्वरित निराकरण हो, इसके निर्देश सभी सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र का नियोजित विकास भी हमारी प्राथमिकता है। धामी ने कहा कि यह समय जोशीमठ पर राजनीति करने का नहीं, बल्कि पीड़ितों की मदद करने का है।

एम्मार इंडिया के सीईओ ने सीएम से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से एम्मार इंडिया के सीईओ कल्याण चक्रवर्ती ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि उनके द्वारा जोशीमठ भूधंसाव के कारण प्रभावित हुए लोगों की मदद के लिए 100 से 150 प्री फैब्रिकेटेड हट्स बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने जोशीमठ के प्रभावितों की मदद के लिए सभी से सहयोगी बनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में प्रभावितों की मदद करना मानवता की बड़ी सेवा है।

चारधाम यात्रा का मुख्य केंद्र है जोशीमठ

जोशीमठ में मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि और बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने मंगलवार को जोशीमठ पालिका सभागार में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में राहत कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा में सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। राहत शिविरों में प्रभावितों के लिए भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि सभी सुविधाएं मुहैया की जा रही है। कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। जोशीमठ चारधाम यात्रा का मुख्य केन्द्र है। यहां पर सकारात्मक माहौल बनाया जाए, ताकि स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित न हो।

जोशीमठ में नौ वार्डों में 863 हुई दरारग्रस्त भवनों की संख्या

जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 863 भवन प्रभावित हुए हैं, जिनमें दरारें मिली हैं। इसमें से 181 भवन ऐसे हैं, जिनको असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा अबतक 282 परिवारों के 947 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है। राहत कार्यों के तहत जिला प्रशासन द्वारा अबतक 585 प्रभावितों को 388.27 लाख रुपये की धनराशि प्रभावित परिवारों में वितरित की जा चुकी है। डीएम चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत अंतर्गत वार्ड 1, 4, 5 और 7 के अंतर्गत अधिकांश क्षेत्रों को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाया गया है।

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