गन्ना सहकारी समिति के चुनावी दंगल में आमने-सामने होंगे भाजपा और सपा कांग्रेस गठबंधन

देवबंद में भाजपा के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी उतारने की रणनीति में जुटे गठबंधन नेता

भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के सामने लड़ेंगे सपा कांग्रेस गठबंधन समर्थित प्रत्याशी

सहारनपुर, देवबंद।

प्रदेश में इस माह सहकारी गन्ना समिति के चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है। चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस सपा गठबंधन में आमने-सामने की टक्कर देखने को मिलेगी। सहारनपुर में लोकसभा चुनाव की हार के बाद सपा कांग्रेस गठबंधन भाजपा को हर चुनाव में सीधी चुनौती देने की तैयारी में जुटा हुआ है। सबसे ज्यादा कांटे का मुकाबला इस बार देवबंद में देखने को मिलेगा।

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को पटखनी देने के बाद अब सपा कांग्रेस गठबंधन इस माह होने जा रहे सहकारी गन्ना समिति के चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुट गया है। सहारनपुर की पांच सहकारी गन्ना समिति की सीटों पर सपा कांग्रेस गठबंधन अपने प्रत्याशी उतारेगी। जिसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है। सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद जिस प्रकार से सहारनपुर में भाजपा के अंदर गुटबाजी मुखर होकर बाहर आई है इसका सीधा लाभ सपा कांग्रेस गठबंधन लेना चाहता है। इसी के चलते सपा कांग्रेस गठबंधन के नेताओं ने गांव-गांव में अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा समर्थित हर एक प्रत्याशी के सामने सपा कांग्रेस गठबंधन का प्रत्याशी नामांकन करेगा। सूत्र बताते हैं कि पूरे चुनाव की बागडोर कांग्रेस खेमे की ओर से सांसद इमरान मसूद और सपा की ओर से एमएलसी शाहनवाज खान, विधायक उमर अली और विधायक आशु मलिक पूर्व विधायक मनोज चौधरी, जिला अध्यक्ष अब्दुल वाहिद समेत सपा के कई बड़े दिग्गज नेता संभालेंगे।‌ सपा कांग्रेस गठबंधन इस चुनाव में बड़े ही गोपनीय तरीके से काम कर रहा है। सबसे खेड़ा मुकाबले इस बार देवबंद में देखने को मिलेगा। यहां भाजपा से डॉक्टर उपेंद्र गुर्जर का नाम सहकारी समिति के अध्यक्ष के लिए तेजी से सामने आ रहा है, तो सपा कांग्रेस गठबंधन भी यहां से मजबूत गुर्जर समाज के ही प्रत्याशी को लड़ाने की तैयारी कर रहा है। वैसे तो डॉक्टर उपेंद्र गुर्जर राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह के खेमे के नेता माने जाते हैं। इसके चलते डॉक्टर उपेंद्र के खिलाफ सपा कांग्रेस गठबंधन भी गुर्जर प्रत्याशी उतारने जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व विधायक मनोज चौधरी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है, तो दूसरी और पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र सिंह राणा के पुत्र कार्तिकेय राणा को भी राजपूत बहुल क्षेत्र में गठबंधन समर्थित प्रत्याशियों को जीतने का जिम्मा सौंपा गया है। अब देखना है कि इस चुनाव में कौन जीता है यह तो आने वाला ही वक्त बताएगा, लेकिन इस सीट पर सपा कांग्रेस गठबंधन और भाजपा में आमने-सामने की लड़ाई तय मानी जा रही है।

*भाजपा की गुट बाजी का गठबंधन प्रत्याशी को मिल सकता है लाभ*

लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में उभरी गुटबाजी गन्ना सहकारी समिति के चुनाव पर सीधा असर डाल सकती है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा के कई दिग्गज नेता गठबंधन नेताओं के संपर्क में है जो सहकारी समिति के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के लिए बड़ी मुश्किल है खड़ी कर सकते हैं। गौरतलब हो‌ की देवबंद सहकारी गन्ना समिति के चुनाव में गुर्जर, राजपूत, त्यागी ब्राह्मण, और जाट बहुल क्षेत्र से डायरेक्टर चुनकर आते हैं। जिन्हें अपने पक्ष में करना दोनों ही दलों के लिए टेडी खीर साबित होगा।

*देवबंद में हर सीट पर सहजातिय प्रत्याशी उतारने की तैयारी*

सूत्र बताते हैं कि सपा कांग्रेस गठबंधन ने गन्ना सहकारी समिति के चुनाव में युद्ध स्तर पर अंदरूनी तैयारी की है। जिसके तहत अगर किसी भी प्रत्याशी का पर्चा निरस्त किया जाता है तो संबंधित प्रत्याशी की जाति के लोगों को पूरे मामले में आगे किया जाएगा और कहीं ना कहीं भाजपा के लिए बड़ी मुश्किलें भी साबित यहां हो सकती है। क्योंकि सपा कांग्रेस गठबंधन और भाजपा के प्रत्याशी ज्यादातर अलग-अलग क्षेत्र में सजातिया होंगे। सपा कांग्रेस गठबंधन का यहां प्लान भाजपा के लिए तो बड़ी मुश्किल खड़े करेगी ही ऊपर से आगामी चुनाव में भी भाजपा को दिक्कत हो सकती है।

*भाजपा के कई दिग्गज नेता सपा कांग्रेस गठबंधन के संपर्क में*

2026 में प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी होने हैं, सूत्र बता रहे हैं कि भाजपा के कई बड़े नेता सपा कांग्रेस गठबंधन के नेताओं के संपर्क में, जिसके चलते गन्ना समिति का यह चुनाव 2026 स्तरीय पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की भी इबारत लिखेगा। सूत्रों का दावा है कि भाजपा के कई बड़े नेता सहकारी गन्ना समिति के चुनाव में सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशियों की खुलेआम मदद करेंगे, और भविष्य में अपनी राजनीति को सुरक्षित रखने के लिए जमीन पर राजनीतिक फसल तैयार करने के जुगाड़ में जुटेंगे।

वर्जन…..

सहकारी गन्ना समिति के चुनाव भाजपा जनपद ही नहीं उत्तर प्रदेश में मजबूती के साथ लड़ेगी। किसान हित में हर सहकारी समिति पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीतकरआएंगे।

डॉ महेंद्र सैनी, जिला अध्यक्ष भाजपा।

प्रशांत त्यागी

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