मुजफ्फरनगर(रविता) हर गरीब मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने का बेहतरीन जरिया बना ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ एक बार फिर शुरू हो गया। रविवारीय अवकाश का दिन इस बार जनपद के लिए सेहत की दृष्टि से बेहद खास रहा। दूर दराज के इलाकों व मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों को इस दिन सेहत का वरदान मिला। कोरोना के चलते करीब 10 माह के बाद जनपद में सुभाषनगर पीएचसी पर आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। जिसका उद्धाटन राज्य मंत्री एवं शहर विधायक कपिल देव अग्रवाल, जिलाधिकारी सेल्वाकुमारी जे एवं सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार चोपड़ा ने फीता काट कर किया।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि प्रयास हो कि मेले में वह सभी सुविधाएं एक ही जगह पर लोगों को मिल जाएं, जिसके लिए उन्हें बाकी दिनों में कामकाज छोड़कर अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार चोपड़ा ने कहा कि कोरोना के चलते करीब 10 माह के बाद जन सुविधा हेतू आरोग्य मेला लगाया गया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा पीएचसी पर मिलने वाली सेवाओं का लाभ लें। उन्होंने कहा कि दूरदराज के गांव में जहां स्वास्थ्य सेवाओं से लोग वंचित रह जाते हैं। उनके लिए इस तरह का स्वास्थ्य मेला एक संजीवनी की तरह काम करेगा। प्रत्येक घर के हर एक व्यक्ति तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
सुभाषनगर पीएचसी पर MOIC डॉ. मलका अरोरा ने बताया कि मेले में नि:शुल्क जांच व इलाज की सुविधा दी गई। मेले में मौसमी बुखार की जांच के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ गर्भवती महिलाएं, पोषण, बाल और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खास जोर रहा। उन्होंने बताया कि पीएचसी पर आयुर्वेदिक, हौम्योपैथिक तथा एलोपैथिक सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। अभी तक करीब 198 लाभार्थी आरोग्य मेले का लाभ ले चुके है। स्वास्थ्य मेले में टीकाकरण, गर्भवती की जांच, खून की जांच, दंत चिकित्सक, नेत्र चिकित्सक, पुरुष चिकित्सक व महिला चिकित्सक आदि रहे। कार्यक्रम में सभी मरीजों की कोविड-19 की जांच भी की गई। सभी मरीजों को उपचार के दौरान निःशुल्क दवाई वितरित की गई।
मेले में ये मिली सुविधाएं
- परिवार नियोजन के अस्थायी साधन का नि:शुल्क वितरण
- बुखार समेत मौसमी बीमारियों की जांच
- गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण
- दवा और सभी पैथालॉजी की जांच नि:शुल्क
- नि:शुल्क सैनेटरी नैपकीन वितरण
- नसबंदी के लिए पंजीकरण
- आंखों की नि:शुल्क जांच
- क्षय रोग की जांच
- ये सुविधाएं भी रहीं मौजूद
- चिकित्सा व उपचार की सुविधा
- गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श
- बच्चों में डायरिया, निमोनिया रोकने के लिए परामर्श सुविधा
- मलेरिया, डेंगू की जांच
- बीपी, शुगर की जांच
- तंबाकू और शराब छोड़ने के लिए परामर्श