Category: कविता/शायरी

प्रश्न आत्मसम्मान का

हमारे देश की संस्कृति है, ‘‘सबसे पहले स्त्री सम्मान।’’ देश की बेटियों से आग्रह है कि मैडल से पहले आत्मसम्मान को रखना। यदि देश बेटियों के आत्मसम्मान की रक्षा नहीं…

बहुत प्रकार है साड़ी के पर मूल रूप से साड़ी आत्म कवच है

… बहुत प्रकार है साड़ी के पर मूल रूप से साड़ी आत्म कवच है…… जीवन के विभिन्न चरणों में अलग अलग तरीके से महिलाएं साड़ी पहनती है… युवा पीढ़ी का…

चल अकेला

कैसी जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे जिनके लिए कमा रहे उन्हीं से दूर हो रहे….. आशियाना है बहुत ही सुंदर सा खूबसूरत महकाता हुआ गुलशन सा चार दिन तो…

यूं हीं मुस्कुराना है

सपनों के शहर में आशियां बनाया है वादों को मुकम्मल, हमने भी निभाया है राह कंटीली, पथरीली हो आई,तब… मखमली कालीन हौसलों का बिछाया है। चलते रहे संग संग आसमां…