अगर भूलवश भी शातिर गोरखपुर जंक्शन पहुंच गए तो रेलवे सुरक्षा बल के हत्थे चढ़ जाएंगे। चोरी, पॉकेटमारी, छिनैती और जहरखुरानी पर भी पूरी तरह अंकुश लगेगा। सीसी कैमरे के साथ फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है।
इन जगहों पर लगाए जाएंगे कैमरे
जानकारों के अनुसार, उच्च क्षमता वाले सीसी कैमरे गोरखपुर जंक्शन के प्रतीक्षालय, आरक्षण काउंटर, पार्किंग क्षेत्र, सभी द्वार, फुट ओवर ब्रिज और बुकिंग कार्यालय आदि पर लगाए जाएंगे। फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से जुड़े सीसीटीवी कैमरे संवेदनशील स्थलों पर लगेंगे।
उच्च क्षमता वाले सीसी कैमरे में चार प्रकार के आईपी कैमरे (डॉम टाइप, बुलेट टाइप, पैन टिल्ट जूम टाइप और अल्ट्रा एचडी-4 के) लगे रहेंगे, जिससे रेलवे परिसर में अधिकतम कवरेज सुनिश्चित किया जा सके। फेशियल रिकग्निशन सिस्टम में सूचीबद्ध वांछितों की फोटो लोड कर दी जाएगी।
स्टेशन परिसर में घुसते ही वांछित जैसे ही सीसी कैमरे की जद में आएंगे, फेशियल रिकग्निशन सिस्टम उन्हें चिह्नित कर कंट्रोल रूम को अलर्ट कर देगा।
सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के जवान घेराबंदी कर वांछित को पकड़ लेंगे। इसके लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे, जहां 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी।
65 सीसीटीवी कैमरे पुराने हुए, 52 कैमरे ही सही
दरअसल, गोरखपुर जंक्शन परिसर में निर्भया फंड के अंतर्गत लगाए गए 65 सीसीटीवी कैमरे पुराने हो चुके हैं। वर्तमान में 52 कैमरे ही कार्य कर रहे हैं। उनकी क्षमता भी बहुत कम है। कैमरों से खींची गई तस्वीरें और वीडियो पूरी तरह स्पष्ट नहीं होते।
यह कैमरे यात्रियों की निगरानी तो करते हैं, लेकिन वांछित शातिर सुरक्षाबलों के हाथ नहीं चढ़ पाते। जांच आदि में पूरा सहयोग नहीं मिलने से सुरक्षा बल इनका पूरा उपयोग नहीं कर पा रहे।
रेलवे सुरक्षा बल ने गोरखपुर ही नहीं लखनऊ मंडल के लखनऊ, गोंडा और बस्ती स्टेशन पर भी फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। रामघाट हाल्ट और कटरा की तर्ज पर आने वाले दिनों में सभी प्रमुख स्टेशनों पर फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाए जाएंगे।
गोरखपुर जंक्शन पर उच्च क्षमता वाले 50 सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। चार फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से जुड़ेंगे। पुनर्विकास के बाद गोरखपुर जंक्शन को पूरी तरह फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से युक्त कर दिया जाएगा। फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लग जाने से सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता होने के साथ कार्य प्रणाली भी आसान हो जाएगी। जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया जा रहा है।
-चन्द्र मोहन मिश्रा, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, लखनऊ मंडल