पुलिस काे रुमाल से चेहरा छिपाए आरोपित नजरूद्दीन का फुटेज जामा मस्जिद में लगे सीसीटीवी फुटेज से मिला।उसकी टी शर्ट पर वन स्माल पाजीटिव थाट लिखा था। आरोपित की पहचान के लिए पुलिस जामा मस्जिद के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही थी। शुक्रवार सुबह 10 बजे बाजार खुलने पर पुलिस ने दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू किए। जामा मस्जिद के पास एक दुकान पर उसी स्लोगन वाली टी शर्ट वाला व्यक्ति मिला।
आरोपित ने एक दुकान से खरीदा था रुमाल
पुलिस ने दुकानदार से जानकारी तो पता चला कि आरोपित ने वहां से एक रुमाल खरीदा था। पुलिस ने आरोपित की पहचान के लिए उसकी फोटो को शांति समितियों के वाट्सएप ग्रुप में प्रसारित किया।मंटोला क्षेत्र में लोगों को दिखाने पर उन्होंने आरोपित की पहचान नजरूद्दीन के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में नजरूद्दीन ने बताया कि उसने 10 अप्रैल को चीलघर से जानवर का सिर 250 रुपये में खरीदा था। जिसे एक थैले में स्कूटी पर लेकर आया। स्कूटी को जामा मस्जिद के पास खड़ा कर दिया। इसके बाद वह
चेहरे को रुमाल से छिपाया
आरोपित ने पुलिस को बताया कि दिन में कटा सिर इसलिए मस्जिद में आकर रखा कि चेहरे को रुमाल से छिपा सकता था। उसे देख लोगों को लगा होगा कि वह धूप से बचने को ऐसा कर रहा है। उसे उम्मीद थी कि शाम तक कटा सिर देखकर लोगों में आक्रोश फैल जाएगा। अगले दिन जुमा की नमाज थी। वह रात में चेहरे पर रूमाल बांध कटा सिर रखने आता तो लोगों काे शक होने पर पकड़ा जा सकता था। पुलिस ने चीलघर के मीट विक्रेता विक्की सोनकर को शनिवार थाने बुलाकर बयान दर्ज किए। उसने बताया कि आरोपित स्कूटी पर उससे कटा सिर लेकर गया था।
भिखारी के माइक से पुलिस ने भगदड़ को रोका
मंटोला तिराहे पर भागती भीड़ और पुलिस के लिए एक भिखारी का माइक बड़ा काम आया। वह पुलिस और भीड़ के बीच संपर्क और सामंजस्य स्थापित करने का माध्यम बन गया। शुक्रवार को जामा मस्जिद में नमाज के बाद कुछ युवकों द्वारा हंगामा और प्रदर्शन करने पर पुलिस ने लाठियां फटकारीं तो लोग भागने लगे थे। नमाज पढ़कर घर लौटते लोगों ने युवकों को भागते देखा तो उन्हें लगा कि बवाल हो गया है।
भगदड़ जैसे हालात बने थे
पुलिस लाठीचार्ज कर रही है। जिस पर भीड़ भी भागने लगी। इससे भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए। मंटोला तिराहे पर इंस्पेक्टर सत्यदेव शर्मा फोर्स के साथ तैनात थे। उन्होंने भीड़ को भागते देखा, पास में ही एक दरगाह के बाहर भिखारी माइक पब्लिक एड्रेस सिस्टम से भीख मांग रहा था।
इंस्पेक्टर ने रुपये देकर लिया माइक
इंस्पेक्टर ने भिखारी से पांच सौ रुपये में कुछ समय के लिए माइक ले ले लिया। उसी से अपील करते हुए भीड़ से कहा कि पुलिस आप लोगों पर बल प्रयोग नहीं कर रही है। शांति बनाएं रखें भागें नहीं, भागें नहीं, आराम से चलकर अपने घर जाएं। पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए है। अपील का प्रभाव यह हुआ कि भगदड़ की स्थिति टल गई। कुछ ही देर में भीड़ छंट गई।
इंस्पेक्टर सत्यदेव शर्मा के अनुसार भिखारी ने माइक का मूल्य तीन सौ रुपये बताया था। माइक उससे ले जाने को कहा था। भिखारी को लौटाने के लिए उसे सुरक्षित रखा हुआ है।