मेरठ। दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके के कारण तेज गति से दौड़ने वाली ट्रेन नमो भारत का संचालन एक घंटे रोक दिया गया। संचालन शुरू होने का समय सुबह छह बजे है लेकिन सुरक्षा कारणों से एक घंटे बाद सुबह 7.09 बजे से संचालन शुरू हो सका।
देश की पहली रीजनल रैपिड रेल यानी नमो भारत की अधिकतम संचालन गति 160 किमी प्रति घंटे है। सामान्य दिनों में इस ट्रेन का संचालन सुबह छह बजे शुरू हो जाता है जबकि रविवार को सुबह आठ बजे से होता है। गौरतलब है कि वर्तमान में मेरठ साउथ यानी भूड़बराल से न्यू अशोक नगर तक संचालन किया जा रहा है। मेरठ साउथ से शताब्दीनगर तक ट्रायल किया जा रहा है।

भूकंप के आधे घंटे बाद ही शुरू होना था संचालन, इसलिए तत्काल लिया गया निर्णय

सोमवार सुबह दिल्ली में सुबह 5.36 बजे भूकंप अनुभव किया गया। इसकी तीव्रता 4.0 लगभग थी। उधर छह बजे से ट्रेन का संचालन शुरू होना था इसलिए प्रबंधन ने तत्काल संचालन रोक दिया। टिकट जारी करना भी रोक दिया गया। पूर्ण सुरक्षा परीक्षण के बाद ट्रेन का संचालन सुबह सात बजकर नौ मिनट से शुरू किया गया। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक पुनीत वत्स का कहना है कि सुरक्षा की जांच के बाद संचालन सुचारू कर दिया गया।

सुबह करीब 5 बजकर 37 मिनट पर भूकंप

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह करीब 5 बजकर 37 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की गहराई जमीन से पांच किलोमीटर नीचे थी और भूकंप की तीव्रता 4.0 मैग्रीट्यूड मापी गई। बताया गया कि भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौलाकुआं में था।

यात्री करते रहे इंतजार

मेरठ साउथ से आज सुबह 7 बजे तक भी कोई ट्रेन नहीं चली, जिस वजह से स्टेशन पर भी काफी यात्रियों की संख्या नजर आई। हालांकि, इस दौरान कुछ लोग थोड़ी देर इंतजार करने के बाद स्टेशन से निकल गए लेकिन, कुछ लोगों ने इसी उम्मीद में इंतजार किया कि कुछ समय बाद ट्रेन का संचालन शुरू हो गया जाएगा।

लगभग 32 हजार लोग करते हैं यात्रा

प्रतिदिन लगभग 32 हजार लोग यात्रा करते हैं। इनमें सबसे अधिक यात्री मेरठ के हैं। उतरने व चढ़ने वाले दो प्रमुख स्टेशन चिह्नित किए गए हैं वे हैं मेरठ साउथ और आनंद विहार। जब तक मेरठ साउथ से सिर्फ साहिबाबाद तक यात्रा होती थी तब प्रतिदिन लगभग 25 हजार यात्री रहते थे लेकिन जैसे ही संचालन न्यू अशोक नगर तक बढ़ाया गया है वैसे ही 10 हजार यात्री बढ़ गए हैं। जब मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक संचालन होता था तब मेरठ से जाने वाले सबसे अधिक यात्री गाजियाबाद स्टेशन उतरते थे।

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