हरिद्वार। ज्वालापुर में एक महिला व एक पुरुष ने वंदे भारत ट्रेन से कटकर जान दे दी। मुख्य मार्ग के बगल से गुजर रहे रेलवे ट्रैक पर दिल दहला देने वाली इस घटना से सनसनी फैल गई। वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ से देहरादून जा रही थी और हादसे के वक्त उसकी रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। चंद सैकेंड में ट्रेन गुजरने पर रेलवे ट्रैक पर दोनों के क्षत-विक्षत शव बरामद हुए।
पुलिस ने उनकी शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। आत्महत्या के कारणों का भी फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शिनाख्त के प्रयास तेज कर दिए हैं।

वंदे भारत के सामने कूदे

पुलिस के मुताबिक, रविवार की दोपहर करीब 12:30 बजे रोजाना की तरह वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ से देहरादून जा रही थी। उसी दौरान ज्वालापुर में सेक्टर दो बैरियर के पास मुख्य मार्ग की बगल में स्थित रेलवे ट्रैक पर एक महिला व एक पुरुष खड़े हुए थे। ट्रेन के हॉर्न की आवाज सुनकर पुरुष तुरंत रेलवे ट्रैक पर लेट गया। जैसे ही ट्रेन नजदीक आई, महिला भी ट्रैक पर लेट गई। यह नजारा देखकर हर किसी के होश उड़ गए। चंद सेकेंड में ट्रेन गुजरने के बाद लोग दौड़कर रेलवे ट्रैक पर पहुंचे।

घटनास्थल पर किए पहचान के प्रयास

जहां महिला व पुरुष के क्षत-विक्षत शव पड़े हुए थे। सूचना पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह, जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और प्रत्यक्षदर्शियों से घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शवों की शिनाख्त कराने का प्रयास भी किया, लेकिन कोई उन्हें पहचान नहीं सका। उनके पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड आदि कोई दस्तावेज या सामान भी नहीं मिला कि जिससे उनकी पहचान कराई जा सके। पुलिस ने दोनों शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।

आत्महत्या के कारण जानने में लगी पुलिस

एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि महिला व पुरुष का आपस में क्या रिश्ता है, उन्होंने आत्महत्या क्यों की होगी, इस बारे में शिनाख्त होने पर ही कुछ पता चल पाएगा। फिलहाल शवों के फोटो हरिद्वार जनपद सहित आस पास के जिलों में भेजे गए हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।

ट्रेन को रोकना था नामुमकिन

जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह ने घटना के संबंध में वंदे भारत ट्रेन के लोको पायलट बृजमोहन मीणा से बात की। उन्होंने बताया कि घटना से पहले एक पुरुष व महिला ट्रेन की पटरी के किनारे खड़े थे। जैसे ही ट्रेन उनके नजदीक पहुंची तो पहले पुरुष ट्रेन के आगे लेट गया। उसके महिला भी ट्रेन के आगे लेट गई। बताया कि उस समय ट्रेन 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। इसलिए ट्रेन को रोकना मुश्किल था।

शिनाख्त के बाद मिलेंगे कई सवालों के जवाब

महिला व पुरुष की उम्र करीब 50 वर्ष है। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया दोनों शादीशुदा लग रहे हैं। लेकिन दोनों पति-पत्नी हैं या उनके बीच कोई और रिश्ता है, शिनाख्त होने के बाद ही यह साफ हो पाएगा। वहीं, घटना के बाद लोग तरह-तरह कयास लगाते रहे। कुछ लोगों का कहना था कि दोनों पति-पत्नी होंगे और गृह क्लेश के चलते आत्मघाती कदम उठाया होगा।

कौन है दोनों, जांच के बाद लगेगा पता

कोई दोनों को प्रेमी-युगल कहते सुनाई पड़ा। रेलवे ट्रैक पर लेटने में पुरुष ने पहल की। बाद में महिला ट्रैक पर लेट गई। इसको लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पुरुष ने पहले खुद ट्रैक पर लेटकर महिला को हिम्मत बंधाई। तब महिला ने हिम्मत जुटाकर कदम आगे बढ़ाए। महिला व पुरुष कोई भी हों, लेकिन उन्होंने जिस तरीके से ट्रेन से कटकर जान दी है, उससे यह साफ है कि दोनों मानसिक रूप से बेहद परेशान रहे होंगे। कोई रास्ता नहीं सूझने पर उन्होंने जान देने का फैसला लिया।

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