हसनपुर। मां के साथ नाना के घर आए मासूम की आवारा कुत्तों ने हमला कर जान ले ली। इकलौते बेटे की मृत्यु से परिवार में चीत्कार मचा है। वहीं, घटना से आक्रोशित लोगों ने आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। जनपद गाजियाबाद मोदीनगर निवासी आशीष कुमार का डेढ़ वर्षीय बेटा माधव मां आरती के साथ 15 दिन पहले अपने नाना सतपाल सैनी के घर हसनपुर तहसील के गांव आगापुर उर्फ याकूबपुर आया था।
शुक्रवार को दोपहर के समय वह अपने नाना के साथ नर्सरी में गया था। वहां काफी मजदूर काम कर रहे थे। माधव पेड़ों की छांव में खेल रहा था। इस दौरान बागों से निकलकर आए छह से सात आवारा कुत्तों के झुंड ने हमलाकर उसे जख्मी कर दिया। मजदूरों ने लाठी-डंडों से कुत्तों को भगाकर माधव को छुड़ाया। लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो चुका था। स्वजन उसे हसनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अब तक 12 से अधिक लोगों की मौत
क्षेत्र में आवारा कुत्तों के हमले में बच्चों समेत 12 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। प्रशासन आवारा कुत्तों के आतंक को कम नहीं कर पा रहा है। इधर, घटना से नाराज लोगों ने आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। इधर, एसडीएम भगत सिंह ने कहा कि कुत्तों के हमले में मासूम की मृत्यु अत्यंत दुखद है। टीम लगाकर कुत्तों को पकड़वाया जाएगा।
इनकी जान ले चुके हैं कुत्ते
रामपुर भूड़ निवासी चंद्रपाल सिंह के 12 वर्षीय पुत्र शरद, राजकुमार के आठ वर्षीय पुत्र आर्यन, दीपपुर निवासी खड़ग सिंह के 12 वर्षीय बेटे कनिष्क, अतवीर की 40 वर्षीय पत्नी राजवती, हुसैनपुर निवासी जयपाल सिंह की 13 वर्षीय बेटी रिंकी, बिजनौरा निवासी चमन सिंह की 60 वर्षीय पत्नी नथिया, उधनपुर निवासी अमित सिंह के नौ वर्षीय बेटे शशिकांत, हसनपुर के मुहल्ला कायस्थान निवासी नन्हे कस्सार की पत्नी नसीमा, मनौटा निवासी रामदास की दो वर्षीय पुत्री काव्या, फूलपुर बीझलपुर निवासी कुंवरपाल की आठ वर्षीय पुत्री संजना तथा शुक्रवार को मोदीनगर गाजियाबाद निवासी आशीष कुमार के डेढ़ वर्षीय बेटे माधव आदि।
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